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Tuesday 29 July 2014

Sex ke dauran wo itana chup kyon rahati hai

Sex के दौरान वो इतना चुप क्यूँ रहती है?

अब आपने उससे यह पूछ ही लिया होगा, "तुम इतनी चुप क्यूँ हो डार्लिंग?" या आपने पुछा ही नहीं है?
सवाल: दीदी जी, जब मैं अपनी गर्ल फ्रेंड के साथ ओरल Sex करता हूँ, या जब हम Sex करते हैं, तो वो कोई आवाज़ ही नहीं निकालती, तब भी नहीं जब उसे ओर्गास्म होते हैं। इसका क्या मतलब है?
उसके शरीर के हिलने- डुलने से तो ऐसा लगता है जैसे की उसे मज़ा आ रहा है, But सचमुच इस बात की चिंता होती है की वो कोई आवाज़ क्यूँ नहीं निकालती। क्या उसे इन सब में मज़ा आ भी रहा है या नहीं?
दीदी जी कहती हैं...तो यदि आप जानते हैं की उसको मज़ा आ रहा है तो इनती चिंता किस बात की? देख, इस दुनिया में हर तरह के व्यक्ति होते हैं, और हर कोई वैसी ही प्रतिक्रिया नहीं देता जैसा की हम चाहते हैं।
मुझे ऐसा लगता है की यहाँ हो सकता है कि कुछ उल्टा ही हिसाब है। अब आपको एक मिनट लगाकर यह सोचना चाहिए की आखिर यह ज़रूरत किसकी है - हो सकता है कि वो आपके साथ Sex क्रिया को बहुत पसंद कर रही है But उसको आवाज़ निकालने की आदत ही ना हो...हो सकता है कि वो Sex क्रिया में इतनी खो जाती हो की कोई आवाज़ सुनना या निकालना उसे बिलकुल पसंद ही ना हो? हाँ ये ज़रूर हो सकता है की हो सकता है कि आब यह कामुक आवाजें खुद बहुत याद कर रहे है, हैं की नहीं? देख बहन, हम यह तय नहीं कर सकते की हमारा साथी Sex का मज़ा कैसे उठाये - जब तक वो उसको पसंद कर रहे है - तब तक सब बढ़िया है!
अब आपने उससे यह पूछ ही लिया होगा, "तुम इतनी चुप क्यूँ हो डार्लिंग?" या आपने पुछा ही नहीं है? यदि नहीं तो बीटा आज ही पूछ ले। उससे इस तरह के प्रश्न पूछ, "क्या आपको मज़ा आ रहा है, क्या मैं कुछ समझ नहीं पा रहा, क्या यह तुम्हारे लिए अच्छा है और तुम इतने चुप क्यूँ हो?" आप यह भी कह सकता है की मेरा तुमसे बात करने का मन कर रहा था, मैं तुम्हारी बातें याद कर रहा था और "क्या कोई कमी रह गयी?"
महिलाएं बहुत पसंद करती हैं यदि उनसे उनकी पसंद और नापसंद पूछी जाये, और उन्हें Feel कराये की उनकी ज़रूरत है - वैसे तो पुरुषों को भी ऐसी बातों से ख़ुशी ही मिलती है। परंपरागत रूप से पुरुषों के लिए अपनी इच्छाओं, पसंद और नापसंद के बारे में बात करना ज्यादा आसान होता है और महिलाओं के लिए मुश्किल। तो जब भी ऐसा हो तो महिलाओं को बहुत ख़ुशी होती है। अरे आप अपने सवालों को रोक कर मत रख। हाँ ज़रूरत से ज्यादा प्रश्न भी ना पूछ डालना - ऐसा नहीं की आपको कोई प्रशनावली तैयार करनी पड़ेगी!
देख बहन, कामुक आहें और आवाजें Sex क्रिया के दौरान होता है, But ऐसा नहीं है की हर लड़की या लड़का यह आहें भरे और आवाजें निकले। आखिर Sex का मज़ा लेने के भी अपने-अपने अलग अलग तरीके हो सकते हैं। और इसमें कोई बुरे नहीं। हाँ जो आप करने की कोशिश कर सकता है वो है कुछ प्यार भरी बातें। कुछ आसान But कामुक प्रश्न पूछ सकता है आप - जैसे की - "क्या तुम्हे यह पसंद है?" "क्या यह तुम्हारे लिए अच्छा है?" "जो तुम कर रही हो उसमे मुझे बहुत मज़ा आ रहा है" क्या तुम्हे भी पसंद आ रहा है जो मैं कर रहा हूँ?" और वो कुछ न कुछ जवाब तो देगी ही ना - नहीं क्या?
कुछ व्यक्ति होते हैं जिन्हें Sex के बारे में बात करना या Sex के दौरान बात करना बिलकुल पसंद नहीं होता। उसी तरह से ऐसे भी व्यक्ति होते हैं जो Sex के बारे में बातें करना भी पसंद करते हैं और अपनी भावनाएं दर्शाते भी हैं। दोनों ही बहुत अच्छे हैं, जब तक की उनके साथी को मज़ा आ रहा है और जो कुछ भी हो रहा है उससे ख़ुशी मिलती है।
कुछ स्तिथि जांचने के संकेत भी होते हैं, जैसे, कुछ जिनपर आपने खुद ही ध्यान दिया होगा, जैसे की Sex क्रिया के दौरान उनका शरीर कैसे हिल-डुल रहा है, यॊनि में गीलापन आ जाना, और सबसे ज़रूरी यहे की उन्हें मज़ा आ रहा है - आपने तो यह भी बताया है की सूए ओर्गास्म मतलब चरमआनंद भी हो रहा है...वैसे इसका मतलब चीज़ें ठीक है, है की नहीं
तो आप आप थोड़ी ठण्ड पा। अपने आप को तस्सली देने के लिए अपनी साथी से पूछ की वो इतना चुप क्यूँ रहती है Sex के दौरान और उसके जवाब को (चाहे वो कुछ भी हो) समझ की हो सकता है कि उसके लिए वही आरामदायक महसूस है। देख Sex के दौरान उसको अपनी प्यारी और मीठी बातों से प्रोत्साहित कर और देख की इससे आपको कुछ तस्सली मिलती है या नहीं। एक दुसरे के साथ का मज़ा लो और इस पहेली को सुलझाकर ख़त्म करो की उसे मज़ा रहा है या नहीं। अरे बात कर सीधे और प्यार से!

Thursday 24 July 2014

kya mujhe apne boy friend ke sath bina shadi ke rahana chahiye

क्या मुझे अपने बॉय फ्रेंड के साथ बिना शादी के रहना चाहिए?
सवाल: क्या कॉलेज के दौरान युगलों का एक साथ बिना शादी किये साथ रहना आम बात है?
मेरा अपने बॉय फ्रेंड के साथ सम्बन्ध कॉलेज के पहले साल में बना।
मेरा अपने बॉय फ्रेंड के साथ सम्बन्ध कॉलेज के पहले साल में बना। वो मुझे एक साल सीनियर है। अब हम दोनों एक साथ रहना चाहते हैं। मेरे माता-पिता दुसरे शहर में रहते हैं। वो मेरी पढ़ाई और रहने का पूरा खर्च उठाते हैं, इसलिए मुझे उनकी मंज़ूरी की ज़रूरत तो पड़ेगी। But वो कभी हां नहीं कहेंगे! मैं क्या करूँ?
दीदी जी कहती  हैं...बहन जी क्या जवान व्यक्तियों का कंफ्यूज होना कोई आश्चर्य वाली बात है? अरे कभी हम भी उस दौर से गुज़रे थे जिससे तुम आज गुज़र रही हो, और हमारी ही तरह आपको भी इस दौर से कुछ सीखने को ही मिलेगा, है ना?  
हाँ, आपकी स्थिति कुछ पेचीदा तो है और तेरा प्रश्न की आजकल कॉलेज के दौरान युगलों का साथ रहना काफी आम हो गया - इसके बारे में मैं यही कह सकती हूँ की मैं सिर्फ उपाख्यानात्मक जानकारी ही दे सकती हूँ इस बारे में और मेरा जवाब है नहीं, इतना आम भी नहीं!
अब बहन इस स्थिति के अलग-अलग पहलु पर नज़र डालते हैं। पहला, आप। बहन, आपकी सोच में बिना शादी के साथ रहना, यानी 'लिव इन' आखिर है क्या? तुम दोनों एक साथ बहुत सारा Time बिताते होगे, वो तुम्हारे घर आता भी होगा और आप भी जाती होगी। But बहन जी, एक साथ बिना शादी के साथ रहने का मतलब सिर्फ ये नहीं की एक घर का पता हो, But इसका मतलब है की घर के हर एक पहलु का एक साथ हिस्सा बनाना और घर चलाने का भी।
तुम दोनों को हर चीज़ की बराबर ज़िम्मेदारी उठानी पड़ेगी - आटा, दाल, चावल, सफाई वाली, प्रेस वाला, चाबियाँ, कौन कब आ रहा है, खान पकाना, सब खरीदना - सब कुछ! अब तेरा जवाब होगा की यह सब तो मैं अब भी करती हूँ। हाँ,हाँ आप ज़रूर करती होगी और उसके लिए आप ले शाबाशी - But जब ये सिर्फ अपने लिए नहीं But एक और इंसान के लिए करने लगते हैं तो काम काफी बढ़ जात है - जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं - और यह बहुत सारा काम होता है। और अभी तक तो हमने आपकी पढ़ाई और कॉलेज सम्बन्धी बाकि के कामों की बात करी भी नहीं है।
अब आती है बात आपके बॉय फ्रेंड की। बहन, क्या वो कोई नौकरी करता है? क्या वो और आगे पढ़ाई करना चाहता है? यदि जवाब हाँ है, तो प्लीज याद रख की उसके पास वो सारे घर के कामों के लिए 50 - 50 परसेंट टाइम नहीं दे पायेगा। उसको अपने खुद के कामों के लिए भी तो टाइम चाहियेगा होगा ना। तो आधार रेखा यह है: क्या तुम दोनों पक्का तैयार हो? यह एक बहुत बड़ा कदम है, और तुम जैसे जवान व्यक्तियों के लिए इसका मतलब है बहुत सारी ज़िम्मेदारी। यह कदम उठाने से पहले बहन ये सब अच्छे से सोच ज़रूर लेना!
तो यदि आप यह जानती ही है की यह खबर सुनकर आपके माता-पिता नाराज़ होंगे, तो हाँ बहन जी, नहीं होंगे! और हो सकता है कि आपके इस फैसले से उन्हें बहुत तकलीफ भी पहुचे - नहीं क्या? और यह इसलिए नहीं की वो आपकी पढ़ाई और रहने का खर्च उठाते हैं, But इसलिए क्यूंकि यह एक बहुत बड़ा कदम है और उनके खुद के लिए यह फैसला करना कठिन है की वो इस स्थिति में आखिर क्या करें। और फिर सबसे बड़ा मुद्दा जो है तुम्हारे Relation का व्यक्तिगत पहलु। अब ये तो हो सकता है कि आप जानती होगी की जिम्मेदारियां बढ़ने का असर प्यार और शारीरिक सम्बन्ध पर भी पड़ता है। आप खुद मुझे बता, घर चलाने और मैनेज करने की ज़िम्मेदारी, कॉलेज, पढ़ाई, क्या आपको वाकई लगता है की इन सब के बाद आपके पास प्यार करने और शारीरिक सम्बन्ध मनाने की ऊर्जा रहेगी?
देख मैं तो यही कहूँगी की अपनी दोस्ती और प्यार का मज़ा पूरी तरह ले। एक दुसरे को जानने की कोशिश करो और सबसे ज़रूरी - अपने आप को जानने की कोशिश करो। नए सम्बन्ध बनाओ, नए दोस्त, अलग-अलग चीज़ें करो, अपने बॉय फ्रेंड के साथ और Friends के साथ भी, अरे दिल्ली के मजे लो!

अचा एक बात बताओ तुम जवान व्यक्तियों को हमेशा एक दुसरे को अपना प्यार बार- बार साबित करने की ज़रूरत क्यूँ पड़ती है, और वो अजीब तरीको से? जैसे हो यार, वैसे रहो, अपने आप से प्यार करो और जो तुम कर रहे हो उससे प्यार करो...अपने आप को समझने का मौका तो दो! 
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Wednesday 23 July 2014

Maine Apne boy Friend ke sath dhokha kiya

मैंने अपने बॉय फ्रेंड के साथ धोखा किया
"मैंने अपने बॉय फ्रेंड के साथ धोखा किया But इस बात की कोई ग्लानी नहीं है,
"मैंने अपने बॉय फ्रेंड के साथ धोखा किया But इस बात की कोई ग्लानी नहीं है," ऐसा रितिका का कहना है। रितिका पिछले पांच साल से अपने बॉय फ्रेंड के साथ सम्बन्ध में है But अभी हाल ही में उसे पता चला की उसके बॉय फ्रेंड का अफेयर उसके ऑफिस की एक लड़की के साथ चल रहा है।
मैं पिछले पांच सालों से उसे जानती हूँ और उसे बहुत प्यार करती थी But उसकी इस हरकत से में पूरी तरह टूट गयी। मैंने जो किया वो हो सकता है कि बहुत ज़्यादा समझदारी वाला काम नहीं था But मैं किसी भी तरह से बदला लेना चाहती थी," उसका कहना है।
मनोज  और मैं घर पर एक ही लैपटॉप इस्तेमाल करते हैं और एक दिन वो अपना ईमेल खुला छोड़ गया। मैंने कभी उस पर किसी बात के लिए शक नहीं किया था But  उसकी ईमेल में मुझे दिखा की वो कैसे मुझे धोखा दे रहा था। उस ईमेल की शुरुवात में लिखा था "मुझे तुम्हे पाना है" मुझे पता है की किसी की नीजी चीज़ों को बिना पूछे देखना या छुना गलत है But इस बात को पढ़कर पूरी ईमेल ना पढने की गलती तो मैं नहीं कर सकती थी। आखिर ये मेरे सम्बन्ध का प्रश्न था। जब मैंने पूरा ईमेल पढ़ा तो मुझे पता चला की वो पिछले तीन महीनो से मेरे पीठ पीछे एक दूसरा सम्बन्ध बनाये हुए था और मुझे इस बात की भनक भी नहीं थी।  
एक तरफ वो मुझसे शादी की बात कर रहा था और वहीँ दूसरी तरफ एक दूसरी लड़की के साथ अपनी रात गुज़ार रहा था - मुझे ऐसा लगा जैसे की मैं दुनिया की सबसे बड़ी बेवकूफ हूँ। मुझे लगा जैसे मैंने वो सारे चिन्ह जो इस तरफ इशारा करते थए की कुछ तो गड़बड़ है, को बिलकुल नज़रंदाज़ कर दिया था। जैसे की अचानक ही उसको करीबन हर रोज़ ऑफिस में लेट काम करना, अपने दिखने पर ज़रूरत से ज़्यादा ध्यान देना और यह भी की वो कुछ Time से मुझसे कुछ ज़्यादा ही प्यार से पेश आता था। 
जब मैंने उसका सामना किया इस बात को लेकर तो उसने अपनी सारी गलती मान ली। उसके एक महीने बाद तक काफी कठिन Time निकला हमारे बीच। उसने बहुत माफ़ी भी मांगी और उसको एक और मौका देने के लिए कहा। कुछ Time के लिए तो हम अलग भी हो गए But वो मुझे वापस अपनी ज़िन्दगी में लाने के लिए कुछ भी करने को तैयार था। सच कहूँ तो इतने साल साथ होने के बाद एक दम अलग हो जाना भी इतना आसान नहीं था।
हम फिर से साथ हो गए But चीज़ें इतनी आसान नहीं थी। हाँ मनोज  बहुत कोशिश कर रहा था की वो फिर से पूरी तरह मेरा विश्वास जीत सके But मैं उसकी दी हुई तकलीफ से पूरी तरह बाहर नहीं थी। मैं भी कहीं ना कहीं उसको तकलीफ पहुचना चाह रही थी, बिलकुल वैसे ही जैसे उसने मुझे पहुचाई थी।
जब मैं इन सब चीज़ों से गुज़र रही थी तब मेरे Old बॉय फ्रेंड ने मेरा बहुत साथ दिया। मैं उसके साथ प्यार में नहीं थी But भावनात्मक तौर पर हम काफी करीब थे। और मुझे इस सम्बन्ध से बहुत सहारा मिल रहा था।
तो एक दिन जब मनोज  शहर के बाहर था तब मैंने अपने Old बॉय फ्रेंड के साथ एक रात गुज़ारी। हमारे बीच सिर्फ Sex हुआ था, But और कुछ नहीं था हमारे बीच But मुझे बहुत ख़ुशी हुई थी ऐसा करके। जब मनोज  उस दुरसी लड़की के साथ Relation में गया था तो मुझे लगा था जैसे की उसे मेरी चाह ही नहीं रही और फिर अपने Old बॉयफ्रेंड के साथ रात गुज़ार कर मुझे ऐसा लगा जैसे मुझे पाने की चाह अभी किसी में थी। और कहीं न कहीं मुझे ऐसा भी Feel हुआ था की मैंने बदला ले लिया।
तो हाँ, मैंने भी अपने बॉयफ्रेंड को धोखा दिया But मुझे इस बात की कोई ग्लानी नहीं। जब मैंने कुछ महीनों बाद उसे इस बारे में बताया तो उसको बहुत बुरा लगा और बहुत तकलीफ भी हुई। But मुझे लगता है हो सकता है कि कहीं न कहीं उसे पता था की मैं ऐसा कुछ करुँगी। हम आज भी साथ हैं But कुछ हैं जो बदल गया है। हम दोनों ने एक दुसरे को इस सम्बन्ध में तकलीफ पहुचाई है। हो सकता है कि Time ही यह तय करेगा अब हमारे सम्बन्ध का भविष्य क्या है।
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Tuesday 22 July 2014

Pyar karane wale akhir jhagada kyon karate hain

प्यार करने वाले आखिर झगडा करते क्यूँ हैं?
जब आपका साथी आपसे झगड़ा शुरू करता है, तो हो सकता है कि वो जो चाह रहा है
जब आपका साथी आपसे झगड़ा शुरू करता है, तो हो सकता है कि वो जो चाह रहा है या रही हैं, वो है Relation में आपसे ज़्यादा ताकत। या इसलिए क्यूंकि वो यह जताना चाहते हैं की उन्हें आपकी बहुत चिंता है।
हर झगड़े के पीछे कुछ छिपे हुए कारण होते हैं, और एक नयी रिसर्च के अनुसार ये पाया गया है की यदि इन छिपे हुए कारणों का पता चलना इन झगड़ों को सुलझाने का अहम् तरीका हो सकता है।चाहे ये एक लगातार चलता झगड़ा हो या फिर खाने की टेबल पर अचनाक ही शुरू हुआ, क्या आपको पता है की आखिर इस झगड़े की असली वजह क्या है?
आप हो सकता है कि ऑफिस में ज़रूरत से ज़्यादा Time बिता रहे हैं? हो सकता है कि आपका साथी घर लौटते Time दूध लाना भूल गया / गयी? हो सकता है कि नहीं। झगड़ों के पीछे की असली वजह जानने का ज़िम्मा उठाया अमेरिका की एक मनोवैज्ञानिकों की टीम ने।
यह मनोवैज्ञानिकों इन झगड़ों के कारणों को 'मूलभूत चिंताए' बताते हैं और इन कारणों में से उन्होंने दो ऐसे कारण निकले जो की सबसे ज़्यादा सामने आते हैं। या तो Relation में साथी चिंता करते हैं की हो सकता है कि उनके सम्बन्ध को किसी तरह का खतरा है या इसलिए क्यूंकि उन्हें लगता है उनका साथी उनपर ध्यान नहीं दे  रहा/ रही, ऐसा इस रिसर्च में पाया गया है। ये जानने के बाद, उन्होंने दो शोध किये, जिसमे उन्होंने 960 शादी-शुदा या बिना शादी के साथ रहने वाले व्यक्तियों से यह पुछा की वो अपने साथी से झगड़ा सुलझाने के लिए क्या उम्मीद रखते हैं। फिर इन शोधकर्ताओं ने इन उम्मीदों को उन दो अहम् कारणों से जोड़ा जो की 'मूलभूत चिंताए' हैं जिनकी वजह से युगलों के बीच झगड़े होते हैं।
चाहे वो अपने साथी से यह मनवाना हो की उसने कुछ गलत किया है या की उससे अपने लिए ज़्यादा इज्ज़त दिख्वाना, सबसे ऊपर जो कारण सामने आये सर्वे से वो था किसी भी तरह से Relation में अपने पास ज़्यादा ताकत रखना। Relation में कंट्रोल और ताकत एक संवेदनशील मुद्दा होता है अधिकतर युगलों के लिए, ऐसा शोधकर्ताओं का कहना है। जब Relation में कोई भी एक साथी यह चाहता चाहता है की उसका साथी Relation में उससे कम ताकत रखे, तो हो सकता है कि एक अहम् चिंता यह होती है की इसके चलते उनका रिश्ता जोख़िम के दायरे में आ जाता है। तो आप क्या करेंगे यदि आपको यह पता चलेगा की आपका साथी इन सबी कारणों को लेकर चिंता कर रहा है/रही है? हो सकता है कि चुपचाप पीछे हट जाना सहायता कर सकता है। किसी मुद्दे पर अपनी ओर से समझौता कर लेना, अपने साथी को अपनी बात कहने का पूरा मौका देना, और अपनी गलतियाँ भी मान लेना कुछ ऐसे तरीके हैं जिनसे आप अपने साथी को Relation में अपने से ज़्यादा ताकतवर Feel करा सकते हैं।
लड़ाई-झगड़े में फसे युगल ये भी देखना चाहते हैं की उनके साथी Relation को कितना अहम् मानते हैं और उन्हें कितनी अहेमियत देते  हैं, उधारण के तौर पर, अपने साथी से प्यार, सम्मान और प्रोत्साहन मिलना। खुल कर बातचीत होना दूसरा बड़ा कारण बनके सामने आया - अधिकतर व्यक्तियों की यह चाह थी की उनके साथी उनके साथ ज़्यादा Time बिताये और अपने मन की बातें कहें। अपने साथी के साथ ज़्यादा Time बिताने की इच्छा और खुल कर बातचीत करने की चाह यह दर्शाते हैं की ऐसा Feel करने वाले व्यक्ति अकेलापन Feel कर रहे हैं। यदि आपका साथी दुखी है क्यूंकि आप उनके लिए Time नहीं निकाल पा रहे , तो उनको अच्छा और ज़रूरी Feel कराने के लिए आप उन्हें एक तोहफा दे सकते हैं और आपका उनके साथ ज़्यादा Time बिताना हो सकता है कि काम कर जाये।

Wednesday 9 July 2014

Main kisko chunu? pati ya purana premi

मैं किसको चुनूं?- पति या पुराना प्रेमी
नमस्ते दीदी जी, मेरी दो साल पहले शादी हुई थी, But अभी हाल ही में मैं अपने Old Lover से मिली और उससे मिलकर मुझे महसूस हुआ कि मैं उसे आज भी बहुत प्यार करती हूँ - उसका मुझसे प्यार और मेरी परवाह करना अभी जारी है।
मेरी दो साल पहले शादी हुई थी, But अभी हाल ही में मैं अपने Old Lover से मिली और उससे मिलकर मुझे महसूस हुआ कि मैं उसे आज भी बहुत प्यार करती हूँ
मेरा पति दूसरे शहर में काम करता है और रहता है। वो हर महीने कुछ दिनों के लिए ही घर पर आते है. जब वो घर में होते है, तब उसे मुझसे सिर्फ Sex ही चाहिए होता है। मैं क्या करूँ? प्लीज़ मेरी सहायता करिये दीदी जी।
दीदी जी कहती हैं...ओह मेरी प्यारी मनोरमा, बहन आप सही हालात में नहीं है। मुझे आपकी स्तिथि के बारे में सुनकर सच में दुःख हो रहा है। अभी-अभी तो आपकी शादी हुई है और इतनी सारी परेशानियां आपके पास है। बहन जी, क्या आपने अपने पति से अभी तक इस बारे में कोई बात की है? क्या आपने अपनी भावनाएं उनके साथ बांटी हैं? यदि नहीं, आप जल्द से जल्द करना चाहिए, मनोरमा बहन। आप अभी जवान है और आपकी शादी भी अभी ही हुई है। इस शादी को कामयाब बनाने के लिए, आपको और आपके पति, दोनों को मेहनत करनी पड़ेगी और इस Relation को Time देना पड़ेगा।
आपकी ज़िन्दगी में आपके Old Lover का वापस आना ही आपके शादी से जुडी परेशानियों को बढ़ा रहा है। बहन जी, सबसे पहले तो, कोशिश करो कि आप उससे दूरियां बनाये और उसे बताए कि आप शादीशुदा है और अपने संबंध को दोस्ती तक ही सीमित रखे।
आप अपने Old साथी से इतना तो मिल ही चुकी है कि वो तुझपर अपना प्यार और परवाह बरसा रहा है। बहन जी, सावधान हो जाओ। उसको अपनी ज़िन्दगी में इतनी आसानी से Place ना लेने दो, कि वो बस हवा कि तरह आये और फिर हवा कि तरह ही फुर हो जाये, और इस बीच कही तुम्हारा दिल और ज़यादा ना दुख जाये। आखिर में, कहीं बस आप ही ना रेह जाये और तकलीफ और टूटे हुए दिल के साथ। तो ध्यान रखे!
आपके पति के साथ क्या चक्कर है? मनोरमा, क्या आपको वाकई इस तरह के Relation में रहना है? देख बहन, आपको सुनाने में हो सकता है कि अजीब लगे But ऐसा लगता है जैसे आपके पति को इस Relation में कोई ज़यादा रुचि नहीं है। ये क्या बात हुई कि वो जब आये तो तुमसे सिर्फ Sex कि अपेक्षा करे और ये ना जाने कि तुम क्या चाहती हो, तुम्हे क्या पसंद है, क्या तुम्हे कोई परेशानी है। हो सकता है कि इस नज़रिये से सोच भी नहीं रहा और तुम उसको इन बातों का महसूस भी नहीं करा रही हो। 
मनोरमा बहन, आप क्या कहीं काम करती है? क्या तुम्हारे दोस्त हैं, परिवार में व्यक्ति है जिनसे तुम कुछ भी कह सकती हो और कुछ भी उम्मीद कर सकती हो? मैं यहाँ तुम्हारे Old Lover के अलावा जो तुम्हारी ज़िन्दगी में व्यक्ति हैं उनकी बात कर रही हूँ। बहन, सबसे पहले आप अपने आप को आत्म-निर्भर कर और फिर अपनी ज़िन्दगी में अपने दोस्त और परिवार वालों का साथ भी ढूंढ़।
क्या तेरा ये पुराना Lover अभी शादी शुदा है या सिंगल है? यदि नहीं, तो मनोरमा बहन - यही रुक जा। क्यूंकि यदि वो शादी शुदा है तो आप अपनी शादी के साथ-साथ उसकी और उसकी पत्नी कि शादी भी दांव पर लगा रही है। क्या पता वो अपनी शादी से बहुत खुश हो, और वो आपके साथ कोई गम्भीर छल कर रहा हो।
हो सकता है कि उसको तुझसे दोबारा मिलना अच्छा लग रहा हो और वो इस महसूस का आनन्द ले रहा हो, But हो सकता है कि आप उसको लेकर ज़यादा भावुक हो रही है। और क्या होगा यदि वाकई वो तुझसे दोबारा प्यार करने लगे। क्या वो अपनी पत्नी को छोड़कर तुझसे शादी करेगा? क्या वो ऐसा कर भी पायेगा? और मान लो कि उसकी शादी नहीं हुई अब तक। But यदि आप अपने पति को छोड़ती है तो क्या वो एक तलाकशुदा लड़की से दोबारा शादी करेगा? क्या आपको भरोसा है कि वो हर सुख-दुःख में तेरा साथ देगा, चाहे तुम साथ हो या नहीं?
मनोरमा, मैं बिलकुल समझ सकती हूँ कि आपको कैसा Feel होता है - एक तरफ पति जिसको आपकी भावनाओं कि कोई कदर नहीं और दूसरी तरफ Old साथी कि तरफ ये जुड़ाव Feel होना। बहन जी, मेरी सलाह होगी कि आप पहले अपनी शादी से जुडी उलझनों को सुलझा ले। उससे खुल कर बात कर - जो आप Feel करती है वो सब उसे बता। उसको बता कि तो क्यूँ यह सब कह रही है। उसको बोल कि तुम दोनों को अपनी शादी को कामयाब बनाने कि कोशिश करनी होगी और कम से कम 6 महीने तो कोशिश करो और देखो क्या नतीजा निकलता है। 
6 महीने बाद फिर देखो कि तुम्हारी शादी-शुदा ज़िन्दगी में कोई बदलाव आया है क्या। क्या कुछ चीज़ें अच्छे के लिए बदली हैं? यदि हाँ, आप यह एक अच्छा चिन्ह है। यदि नहीं, तो हो सकता है कि आपको और आपके पति को मिलकर अपनी शादी के बारे में कोई कठोर निर्णय लेना पड़ेगा।
आपके Lover के बारे में कहूं तो बहन जी देखो, कोई हमारी परवाह करे, हम पर ध्यान दे, ये हम सब को अच्छा लगता है। आप भी इसके मज़े लें But ध्यान रख। अपने आप के बारे में हर कदम पर सोच कि कहीं कुछ ऐसा ना हो जिससे आपको आगे चलकर कोई तकलीफ हो। मनोरमा बहन, आपने पहले ही बहुत कुछ झेल लिए है और मैं दुआ करुँगी कि आपकी ज़िन्दगी में सब ठीक हो जाये। बाकि बहन कोशिश तो आपको ही करनी होगी, मैं सिर्फ सलाह ही दे सकती हूँ। बहन जी - आप खुश रह! 

Monday 7 July 2014

Usane mujhe chhod diya kyonki mere pas condom the

उसने मुझे छोड़ दिया क्यूंकि मेरे पास Condom थे
यदि मैं अपने घर में Condom रखती हूँ तो इसका मतलब यह नहीं कि मैं दुनिया के सभी लड़कों के साथ Sex कर रही हूँ
मैं मनोरमा: यदि मैं अपने घर में Condom रखती हूँ तो इसका मतलब यह नहीं कि मैं दुनिया के सभी लड़कों के साथ Sex कर रही हूँ
दो साल पहले, मनोरमा के एक संजीदा Relation के ख़त्म होने के बाद, उसने काफी सारे लड़को को डेट किया। एक बार गर्भवती (Pregnant) होने के डर के बाद से उसने घर में ही Condom रखना शुरू कर दिया। "मैं अपनी तरफ से पूरी तरह ज़िम्मेदार युवती बनने कि कोशिश कर रही थी But मुझे लगता है मेरे ज़िन्दगी के पुरुषों को ज़िम्मेदार बनने कि ज़यादा ज़रूरत थी," मनोरमा का कहना है।
एक ऐसी लड़की होने कि वजह से जो कि 18 साल कि उम्र से कई बार यौन सम्बन्ध बना चुकी है, मैं पूरी तरह वाक़िफ़ थी आलोचनात्मक सोच से जो कि महिलाओं के ऊपर उनके यौनिक अधिकारो को लेकर थोपी जाती है। यदि आप एक शहर में अकेली रेह रही हैं तो ऐसा लगता है जैसे आपके मकान-मालिक से लेकर नौकर और नौकरानी तक यह समझते हैं कि जो कुछ भी उस अकेली लड़की / महिला के कमरे में चल रहा है वो जानने का हक़ और उस पर अपनी टिपण्णी देने का हक़ इन सभी को है।
यदि आप इस बात को सोच कर जीने लगेंगे कि औरों को कैसा लगता है, क्या अच्छा लगता है और क्या बुरा, तो फिर तो आपका जीना बहुत कठिन हो जायेगा। इसलिए अच्छा है मोटी खाल बन जाना और ऐसा जताना कि आपको उनकी सोच और उनकी बातें समझ ही नहीं आ रही। इसलिए जब बात आती है मेरी नीजि ज़िन्दगी कि तो मैंने अपने आस-पास सिर्फ आज़ाद सोच वाले व्यक्तियों को ही रखा है और बाकी व्यक्तियों कि आलोचनात्मक सोच और बातें को मैं नज़रअंदाज़ करना अच्छा समझती हूँ।
But दिलचस्प बात यह है कि पिछले साल मैंने पाया कि ये आज़ाद राय वाले पुरुष भी कई बार आलोचनात्मक अंकल और आंटी कि तरह बर्ताव करने लगते हैं। 
दो साल पहले मेरे ब्रेक-अप के बाद मैंने गर्भनिरोधन गोली लेना छोड़ दिया था। उसके बाद मैं एक ऐसे लड़के को डटे कर रही थी जो मुझे काफी पसंद था और सब ठीक ही चल रहा था But एक दिन गर्भवती (Pregnant) होने के डर ने बहुत कुछ बदल दिया। ये उस दिन कि बात है जब उसके पास Condom नहीं था और मुझे लगा कि मेरे 'सुरक्षित दिन' चल रहे थे इसलिए हमने बिना Condom के सम्भोग किया। But फिर मेरी अगली माहवारी (Menses) दो हफ्ते देरी से हुई और उन दो हफ़्तों में मैं गर्भवती (Pregnant) होने के डर कि वजह से बहुत परेशान हो गयी थी। फिर मैंने गर्भवती (Pregnant) होने कि जांच करी और वो नेगेटिव आया। But इतना कम Time में हो सकता है कि इतना कुछ हो गया था हमारे बीच कि हमारे बीच चीज़ें अटपटी भी होने लगी।
उस दिन के बाद से मैं इतना डर गयी थी कि मैंने खुद ही Condom का एक पैकेट खरीद कर घर में रख लिया। और मुझे लगता था कि मेडिकल दुकान से Condom खरीदना मेरी ज़िन्दगी का सबसे शर्मिंदगी वाला पल होगा।
इस गर्भवती (Pregnant) होने के डर के एक साल बाद मैं एक नए लड़के के साथ थी। वो अच्छा लड़का था और मुझे काफी पसंद था But हम अपना रिश्ता आगे बढ़ाने में कोई जल्द-बाज़ी नहीं कर रहे थे। But एक रात जब वो मेरे घर पर था तो माहौल गरम होने लगा और हम दोनों के अंदर Sex करने कि इच्छा जागी। But उसके पास Condom नहीं था।
मुझे याद आया कि मैंने Condom का एक पैकेट खरीद कर घर में रखा था और मैंने उसे कहा कि मैं वो लेकर आती हूँ। But अचानक ही वो मुझसे बहुत नाराज़ हो गया और बिना कुछ कहे मेरे घर से चला गया।
मुझे नहीं पता कि मैंने क्या गलत किया था जब तक मुझे उसने ईमेल नहीं भेजा जिसमे उसने लिखा था कि मैं उसे बहुत Time से बेवकूफ बना रही थी और मुझपर इलज़ाम लगाया कि मैं किसी और के साथ Sex समबन्ध में थी - क्यूंकि उसके अलावा और कोई वजह नहीं हो सकती मेरे घर में Condom रखने कि।
मैंने बहुत कोशिश करी उसे समझाने कि घर में Condom रखने का मतलब यह नहीं कि मैं उसे धोखा दे रही हूँ या बहुत सारे लड़कों के साथ Sex सम्बन्ध बना रही हूँ But वो मानने को तैयार ही नहीं था। मैं अपनी तरफ से ज़िम्मेदार युवती बनने कि कोशिश कर रही थी But मुझे लगता है मेरे ज़िन्दगी के पुरुषों को ज़िम्मेदार बनने कि ज़यादा ज़रूरत थी।
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Saturday 5 July 2014

Kya mujhe promoshan ke liye sex karana chahiye?

क्या मुझे प्रोमोशन के लिए Sex करना चाहिए?
मेरा बॉस मुझे तब तक प्रोमोशन नहीं देगा जब तक मैं उसके साथ Sex ना करूँ, और ऐसा उसने मुझे संकेत दे दिया है। दीदी जी, मैं क्या करू?
'मेरा स्वस्थ्य, मेरा चुनाव' श्रंखला के अंतर्गत पेश है ये लेख। इस हफ्ते का विषय है शारीरिक उत्पीड़न।
 मेरा बॉस मुझे तब तक प्रोमोशन नहीं देगा जब तक मैं उसके साथ Sex ना करूँ, और ऐसा उसने मुझे संकेत दे दिया है। दीदी जी, मैं क्या करू?
दीदी जी, यह मेरी पहली नौकरी है और मुझे यह काम बहुत पसंद है। मैं अच्छा सीख भी रही हूँ और अच्छा कमा भी रही हूँ और आगे भी बढ़ रही हूँ। मेरे लिए अगले कुछ सालों तक इस नौकरी में रहना ज़रूरी है। But प्रॉब्लम यह है दीदी जी कि मैं बुरी तरह फस गयी हूँ। यदि किसी को इस बारे में पता चलेगा तो बाकि कम्पनियों में यह बात फैलेगी कि मैं उपद्रवी हूँ तो आगे मेरे कैरियर में बहुत परेशानी आ सकती है। प्लीज़ दीदी जी, मेरी सहायता करिये, जल्दी। मनोरमा
दीदी जी कहती हैं...बहन मनोरमा, यह तो बहुत ही घटिया बात है। तेरा बॉस बहुत कमीना है! गन्दा बंदा!
मनोरमा, सुन, तू एक बात तो अच्छे से समझ ले और वो ये कि तुझे यह सब झेलने कि बिलकुल ज़रूरत नहीं है। तूने मुझे यह पहले भी कहते हुए सुना होगा - और लव मैटर्स भी इस बात का ही समर्थन करता है - कि किसी को भी किसी के साथ Sex तभी करना चाहिए जब वो खुद तैयार Feel करे और उस व्यक्ति के साथ Sex करना चाहे। इस मामले में ना कोई ज़ोर, ना कोई ज़बरदस्ती, और ना ब्लैकमेल।
अब जो तेरा बॉस कर रहा है वो तो पूरी तरह से ब्लैकमेल है, शारीरिक उत्पीड़न है और शारीरिक समेकता के भी खिलाफ है। प्रश्न यह है मनोरमा, क्या तुझे यह सब सहन करना चाहिए, क्यूंकि तुझे प्रोमोशन चाहिए, और अपना कैरियर आगे बढ़ाना है?
अब तू यह ना सोच लेना कि मैं महिलाओं के काम करने को कुछ कम समझ रही हूँ, और नौकरी छोड़ देना महिला के लिए आसान होता है - नहीं, बिलकुल नहीं! मेरे राय में तो हर महिला को काम करना चाहिए, कोशिश करके हर कठिन का सामना करना चाहिए और सबसे आगे बढ़ना चाहिए। But मुझे नहीं लगता कि किसी भी महिला को, या किसी को भी, किसी तरह कि बेईज़ती या धमकी या ज़बरदस्ती और ब्लैकमेल कि वजह से दबना चाहिए।
और सिर्फ नौकरी के लिए ही क्यूँ, मैं यही बात तब भी कहूँगी यदि ज़ोर, ज़बरदस्ती, ब्लैकमेल, डराना और धमकाना शादी के बंधन में हो रहा हो या किसी और Relation में। है कि नहीं?
अब आप यदि बड़ी कंपनी में काम करती है - तो वहाँ मानव संसाधन (Human Resources) का डिपार्टमेंट तो होगा, जहाँ तू सीधे-सीधे जाकर उनसे बात कर सकती है इस मुद्दे पर और शिकायत दर्ज करा सकती है। यदि तेरे पास यह साबित करने के लिए कोई ईमेल हैं, या फ़ोन पर मेसेज हैं, फ़ोन के रिकॉर्ड हैं, तो वो सब अपनी शिकायत में दर्ज करा। 
ये स्तिथि ऐसी है जिसमे तेरा मुक़ाबला तेरे बॉस के साथ है, तो तुझे सोच-समझ कर इस मुद्दे को सामने लाना पड़ेगा, और दूसरी ओर से जो वार होंगे उके लिए भी तैयार रहना पड़ेगा। तेरा बॉस भी तुझ पर हो सकता है कि बहुत सारे इलज़ाम लगाये जो तुझे बहुत शर्मनाक लगें, जैसे कि तू उसके पीछे पड़ने कि कोशिश करती थी ताकि तू उसके साथ सम्बन्ध बनाये ओर तुझे प्रोमोशन दे, But क्युकी उसने मन कर दिया इसलिए तू उसपर यह इलज़ाम लगा रही है। तो आप तैयार हो जाऔ इन सब के लिए, यह हो सकता है कि आसान ना हो But यदि इस बात से तुझे आघात पंहुचा है तो तुझे इस बात के खिलाफ आवाज़ उठानी चाहिए।
हाँ, यदि तू किसी छोटी कंपनी में काम करती है, ओर वहाँ हो सकता है कि मानव संसाधन डिपार्टमेंट ना हो, तो तू अपनी कंपनी के किसी ओर सीनियर व्यक्ति से जाकर इस बारे में बात कर।
महिलाएं अधिकतर डर जाती हैं और बिना किसी को बताये अपने बॉस या ऑफिस में उनके साथ ऐसा करने वाले व्यक्तियों के बर्ताव को सहन करती रहती हैं। वो इस डर में भी रहती हैं कि कहीं सारा इलज़ाम उन पर तो नहीं दाल दिया जाएगा या दूसरे व्यक्ति उसके बारे में क्या सोचेंगे। और हाँ व्यक्ति दूरी भी बनाने लगते हैं। यह बहुत दुःख कि बात होती है But बेटा, यदि तू सही है और जो तेरे साथ जो हो रहा है, उससे तू नाखुश है, परेशान है, तो बेटा जी, तुझे इसके खिलाफ आवाज़ उठानी होगी और यह मुद्दा सामने लाना होगा। चाहे कोई फिर तेरा साथ इसमें दे या ना दे।
मनोरमा, ऐसा भी हो सकाता है कि तेरी तरह तेरे ऑफिस कि कई और लड़कियां भी इस तरह के शाररिक उत्पीड़न का शिकार हों, और हो सकता है कि तेरे आवाज़ उठाने से उन्हें भी आगे आकर इस बात को सामने लाने में सहायता मिले। और अहस्यद एक बड़ी जीत होगी। है ना? वर्ना हो सकता है कि जैसा चल रहा है वैसे ही आगे भी चलता जाये।
शारीरिक उत्पीड़न ना ही सिर्क कानूनन जुर्म है, But कमनीयां के अंतर्गत आने वाली सामजिक ज़िम्मेदारी का हिस्सा भी है, ताकि वहाँ काम करने वाली सभी महिलाएं सुरक्षित Feel करें और उन्हें उतनी ही इज़ज़त मिले जो कि पुरुष कार्यकर्ताओं को मिलती है।
आज हो सकता है कि तुझे ये लगये कि तुझे प्रोमोशन नहीं मिला, But हो सकता है कि तूने कुछ पाया है। हमें कभी भी अपने शरीक, अपनी इच्छाओं और भावनाओं को लेकर समझौता नहीं करना चाहिए, क्यूंकि ऐसा करने से जो नुक्सान होगा, वो हो सकता है कि हमेशा के लिए रह जाये। क्यूंकि मनोरमा पुत्तर, यदि तू यह नहीं करना नचाहती और दबाव में रेह्कर करती है और प्रोमोशन लेती है तो तू कही सारी ज़िन्दगी किसी तरह के पछतावे में ना रहे। और यदि तू सही में मेहनत करके प्रोमोशन पाये तो भी तुझे यह लगे कि तुझे प्रोमोशन किसी और वजह से मिला है। और हाँ पुत्तर, यदि तुझे अपने बॉस के साथ समबन्ध बनाने में कोई आपति नहीं है तो वो फैसला भी तेरा है। क्यूंकि यदि ऐसा तेरी इच्छा से होता है तो इसे दबाव या ब्लैकमेल नहीं समझा जायेगा।  
तो आप क्या फैसला है तेरा - इस दबाव में रेह्कर प्रोमोशन चाहिए तुझे या नहीं? फैसला तेरा है और जंग भी तेरी ही है। और हाँ फिर यही कहूँगी, किसी दबाव में मत आना। शारीरिक उत्पीड़न जुर्म है और इसमें तेरी कोई गलती नहीं। गलती तेरे साथ गलत करने वाले की है।
क्या अपने कभी अपनी काम की Place पर शारीरिक उत्पीड़न अनुभव किया है? अपने इसके बारे में क्या किया? यहाँ लिखिए या फेसबुक पर हो रही चर्चा में भाग लीजिये।

Friday 4 July 2014

Porn dekhane ka pahala anubhav

पोर्न देखने का पहला अनुभव
मैंने पहली पर पोर्न अपनी कजन के साथ देखा जब मैं 24 साल कि थी। मेरी चचेरी बहन के बॉयफ्रेंड ने उसे एक विडियो कसेट दी
क्या महिलाएं पोर्न देखती हैं? जी बिलकुल। हालाँकि वो हो सकता है कि ऐसा स्वीकार ना करें। But आखिर महिलाएं पोर्न देखने कि शुरवात कैसे करती हैं? हमने दिल्ली में रहने वाली पांच महिलाओं से इस बारे में पूछा।
अफिसा 30 वर्ष
मैंने पहली पर पोर्न अपनी कजन के साथ देखा जब मैं 24 साल कि थी। मेरी चचेरी बहन के बॉयफ्रेंड ने उसे एक विडियो कसेट दी और कहा कि उसमे कुछ 'मज़ेदार' विडियो है' साथ ही वो विडियो अकेले में देखने को भी कहा।
उसे लगा कि उसके बॉय फ्रेंड ने उसके लिए कोई प्यार का सन्देश रिकॉर्ड करके दिया है और इसलिए उसने मुझे भी वो साथ में देखने के लिए बुला लिया, जब हम घर में अकेले थे। शुरुवात में तो सिर्फ कुछ Kiss और आलिंगन था जो देखने में अच्छा लग रहा था। But फिर मुख मैथून शुरू हो गया...और वो देखने में बहुत गन्दा लगा। उस फ़िल्म के मॉडल का लिंग अविश्वसनीय रूप से बड़ा था और अजीब लग रहा था। यह सब बहुत ही भद्दा सा लगा!
मनोरमा 27 साल
वो बहुत अच्छा पोर्न विडियो था। वास्तव ज़िन्दगी के Sex जैसा जिसकी कहानी एक लड़की के नज़रिये पर आधारित थी। अक्सर पोर्न में ध्यान सिर्फ वहशियाना Sex पर ही होता है But इस पोर्न विडियो में Sex के साथ कहानी भी थी। ये देखने में भी अच्छा था और कहानी भी दिलचस्प थी।
अनिता 21 साल
मेरी चचेरी बहनऔर बड़ी बहन ने मिलकर पोर्न विडियो देखने का प्लान बनाया। उन्होंने कहीं से एक ऐसी सीडी का बंदोबस्त भी कर लिया। मैं सिर्फ 13 साल कि थी तो उन्होंने मेरे सो जाने के बाद विडियो देखने का फैसला किया। But मुझे उनके प्लान के बारे में पता था और उत्सुकता भी थी। मैंने सोने का नाटक करते हुए थोड़ा बहुत छुपछुप कर देख लिया। ज़यादा तो नहीं देख पायी But जो भी देखा वो काफी गन्दा और घिनौना सा लगा। मुझे लगता है कि हो सकता है कि वो कोई घटिया पोर्न विडियो रहा होगा।
सोहा 28 साल
मैं अपनी Friends के साथ एक पोर्न सीडी खरीद कर लायी। कॉलेज के हॉस्टल में हम सभी दोस्त उत्साह के साथ उसे देखने बैठे। मुझे बिलकुल पसंद नहीं आया। पोर्न विडियो के अनुभव कि तुलना में मुझे वो विडियो खरीदने जाने का रोमांच ज़यादा अच्छा लगा। वो बिलकुल अआदि और नकली लग रहा था। मुझे नहीं लगता कि वास्तव Sex का पोर्न विडियो वाले Sex के साथ दूर-दूर तक कोई लेना देना है।
आखें फटी रह गयी!
अंकिता 25 साल
हाँ, मैंने करीब 5 साल पहले पहली बार पोर्न विडियो देखा था। एक रिश्तेदार कि शादी में गलती से डीवीडी कि अदलाबदली हो गयी। और मुझे इस बारे में घर पहुँचने पर पता चला।
अगले दिन मैंने कौतुहल से उस सीडी को अपने कंप्यूटर पर लगाकर देखना शुरू किया तो मैं भौंचक्की रेह गयी! आँखें खुली कि खुली रेह गयी और मुह बंद रह गया! But चुपचाप मैंने सारा विडियो देख लिया। भाग्यवश मैं उस Time अकेली थी!
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Tuesday 1 July 2014

Maja, Aparadh Bodh aur swakriti

मज़ा, अपराध बोध और स्वीकृति
मुझे खुद के बारे में गन्दा Feel हो रहा है," नगमा कहती हैं
"मुझे खुद के बारे में गन्दा Feel हो रहा है," नगमा कहती हैं। "मुझे ये सोच कर बहुत आश्चर्य हुआ कि सारी दुनिया को छोड़ कर मेरे दिमाग में मेरे अपने अंकल के बारे में Sex के ख्याल आ रहे हैं।" इस बात के अपराध बोध ने नगमा का पीछा नहीं छोड़ा, जब तक उसने इस बारे में खुल के बात नहीं करी।
मैं हमेशा से पढ़ने में अच्छी थी और कैरियर के बारे में सोचने वाली लड़की थी। मेरे परिवार को मुझ पर गर्व है और वो मेरे भविष्य को लेकर मुझे पूरी तरह से समर्थन देते हैं। मुझ पर कोई रोकटोक भी नही थी। जैसे कि कॉलेज ट्रिप्स या पुरुष Friends का घर आना-जाना। मैंने कभी कोई बात अपनी माँ से नहीं छुपाई।
मैं अपने इस अंकल से कूर्ग में परिवार कि एक यात्रा के दौरान मिली। वो मेरी माँ के चचेरे भाई थे। मेरी माँ से कुछ साल छोटे। उनकी हर बात मुझे आकर्षक लगी। वो देखने में अच्छे थे और अविववाहित थे। हमने कुछ Time साथ बिताया, संगीत के बारे में बात करते हुए। मुझे धीरे-धीरे फिल्मो कि तरह उनकी तरफ खिंचाव Feel होने लगा। मेरी कवितायेँ उन्हें सुनाना और उनके बारे में चर्चा करना मुझे बहुत अच्छा लगने लगा। एक शाम जब मैं उनके साथ बरामदे में बैठी थी तो माँ वहाँ आयी। उन्होंने हम्हारी तरफ देखा और फिर मुझे रसोई में सहायता करने के लिए बुला लिया। ये मुझे थोडा अजीब लगा और फिर मुझे बाकि बचे हुए दिन में अंकल से बात करने में झिझक Feel हुई।
कुछ दिन बाद उनका परिवार हैदराबाद में आकर बस गया। मेरे माता पिता उनकी इस में सहायता कर रहे थे। इसके च्कलते मुझे उनसे मिलने के और मौके मिलने लगे। संगीत के बारे में चर्चा और ढेर सारी बातें। इसी दौरान मुझे अचानक सेक्सी होने के महसूस के बारे में Feel होने लगा। जैसे बिकिनी वैक्स, लॉन्जरी- ये सब जो मुझे पहले सोचकर ही शर्म आती थी। बहरहाल मुझे अआदि लग रहा था और मैं जानती थी कि मेरा परिवार भी मेरा बदलाव Feel कर रहा होगा।
उनसे मुलाकात मेरे लिए अब कठिन का सबब बनने लगी। मुझे अपराधी जैसा Feel होने लगा। अपने दिमाग में मुझे लगता था कि अंकल के बारे में Sex के ख्याल लाकर मैं अपनी माँ को धोका दे रही थी। मुझे लगने लगा जैसे कि मैं एक वैश्या हूँ। और क्यूंकि मेरे परिवार कि राइ मेरे बारे में अलग थी मैं ये बात किसी से शेयर भी नहीं कर सकती थी। मैं अपनी नज़रों में खुद गिरने लगी।
मैंने परिवार के व्यक्तियों से मिलना जुलना कम कर दिया। क्यूंकि अपने मन में ये सोच लिया था कि सेक्सी लगने का मतलब है  व्यभिचारी, इसलिए मैंने बिलकुल सादा तरह से तैयार होना शुरू कर दिया। और कई बार तो जैसे मैं कोशिश करती थी कि मैं अच्छी ना लगूं। घर पर भी मैं बहुत कम बात करती थी। जब मैं अपने मन में यह बात और नहीं रख पायी, तब मैंने अपनी बड़ी बहन को इस बारे में बताया।
वो मेरी बात सुनकर हसने लगी और उसने मुझे बताया कि वो भी एक Time पर हमारे एक चचेरे भाई के बारे में शारीरिक Relation कि कल्पना करती थी। मुझे ऐसा लगा जैसे मेरे ऊपर से एक बोझ उतर गया, और इस तरह कि रहस्मयी भावनाएं रखने वाली मैं अकेली नहीं थी।
पहली बार, हमने अपनी कामुक कल्पनाओं के बारे में दिल खुल कर इ दूसरे से बात-चीत करी। मुझे इतनी ख़ुशी हो रही थी कि मुझे मेरी सोच के लिए कोई आंक नहीं रहा था। मैं यह स्वीकारना चाहूंगी कि मैं अपने अंकल के बारे में अभी भी कल्पना करती हूँ। और मैं इसको सिर्फ कल्पना ही रखना चाहती हूँ...और कुछ नहीं।
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