Search Anythings

Monday 7 July 2014

Usane mujhe chhod diya kyonki mere pas condom the

उसने मुझे छोड़ दिया क्यूंकि मेरे पास Condom थे
यदि मैं अपने घर में Condom रखती हूँ तो इसका मतलब यह नहीं कि मैं दुनिया के सभी लड़कों के साथ Sex कर रही हूँ
मैं मनोरमा: यदि मैं अपने घर में Condom रखती हूँ तो इसका मतलब यह नहीं कि मैं दुनिया के सभी लड़कों के साथ Sex कर रही हूँ
दो साल पहले, मनोरमा के एक संजीदा Relation के ख़त्म होने के बाद, उसने काफी सारे लड़को को डेट किया। एक बार गर्भवती (Pregnant) होने के डर के बाद से उसने घर में ही Condom रखना शुरू कर दिया। "मैं अपनी तरफ से पूरी तरह ज़िम्मेदार युवती बनने कि कोशिश कर रही थी But मुझे लगता है मेरे ज़िन्दगी के पुरुषों को ज़िम्मेदार बनने कि ज़यादा ज़रूरत थी," मनोरमा का कहना है।
एक ऐसी लड़की होने कि वजह से जो कि 18 साल कि उम्र से कई बार यौन सम्बन्ध बना चुकी है, मैं पूरी तरह वाक़िफ़ थी आलोचनात्मक सोच से जो कि महिलाओं के ऊपर उनके यौनिक अधिकारो को लेकर थोपी जाती है। यदि आप एक शहर में अकेली रेह रही हैं तो ऐसा लगता है जैसे आपके मकान-मालिक से लेकर नौकर और नौकरानी तक यह समझते हैं कि जो कुछ भी उस अकेली लड़की / महिला के कमरे में चल रहा है वो जानने का हक़ और उस पर अपनी टिपण्णी देने का हक़ इन सभी को है।
यदि आप इस बात को सोच कर जीने लगेंगे कि औरों को कैसा लगता है, क्या अच्छा लगता है और क्या बुरा, तो फिर तो आपका जीना बहुत कठिन हो जायेगा। इसलिए अच्छा है मोटी खाल बन जाना और ऐसा जताना कि आपको उनकी सोच और उनकी बातें समझ ही नहीं आ रही। इसलिए जब बात आती है मेरी नीजि ज़िन्दगी कि तो मैंने अपने आस-पास सिर्फ आज़ाद सोच वाले व्यक्तियों को ही रखा है और बाकी व्यक्तियों कि आलोचनात्मक सोच और बातें को मैं नज़रअंदाज़ करना अच्छा समझती हूँ।
But दिलचस्प बात यह है कि पिछले साल मैंने पाया कि ये आज़ाद राय वाले पुरुष भी कई बार आलोचनात्मक अंकल और आंटी कि तरह बर्ताव करने लगते हैं। 
दो साल पहले मेरे ब्रेक-अप के बाद मैंने गर्भनिरोधन गोली लेना छोड़ दिया था। उसके बाद मैं एक ऐसे लड़के को डटे कर रही थी जो मुझे काफी पसंद था और सब ठीक ही चल रहा था But एक दिन गर्भवती (Pregnant) होने के डर ने बहुत कुछ बदल दिया। ये उस दिन कि बात है जब उसके पास Condom नहीं था और मुझे लगा कि मेरे 'सुरक्षित दिन' चल रहे थे इसलिए हमने बिना Condom के सम्भोग किया। But फिर मेरी अगली माहवारी (Menses) दो हफ्ते देरी से हुई और उन दो हफ़्तों में मैं गर्भवती (Pregnant) होने के डर कि वजह से बहुत परेशान हो गयी थी। फिर मैंने गर्भवती (Pregnant) होने कि जांच करी और वो नेगेटिव आया। But इतना कम Time में हो सकता है कि इतना कुछ हो गया था हमारे बीच कि हमारे बीच चीज़ें अटपटी भी होने लगी।
उस दिन के बाद से मैं इतना डर गयी थी कि मैंने खुद ही Condom का एक पैकेट खरीद कर घर में रख लिया। और मुझे लगता था कि मेडिकल दुकान से Condom खरीदना मेरी ज़िन्दगी का सबसे शर्मिंदगी वाला पल होगा।
इस गर्भवती (Pregnant) होने के डर के एक साल बाद मैं एक नए लड़के के साथ थी। वो अच्छा लड़का था और मुझे काफी पसंद था But हम अपना रिश्ता आगे बढ़ाने में कोई जल्द-बाज़ी नहीं कर रहे थे। But एक रात जब वो मेरे घर पर था तो माहौल गरम होने लगा और हम दोनों के अंदर Sex करने कि इच्छा जागी। But उसके पास Condom नहीं था।
मुझे याद आया कि मैंने Condom का एक पैकेट खरीद कर घर में रखा था और मैंने उसे कहा कि मैं वो लेकर आती हूँ। But अचानक ही वो मुझसे बहुत नाराज़ हो गया और बिना कुछ कहे मेरे घर से चला गया।
मुझे नहीं पता कि मैंने क्या गलत किया था जब तक मुझे उसने ईमेल नहीं भेजा जिसमे उसने लिखा था कि मैं उसे बहुत Time से बेवकूफ बना रही थी और मुझपर इलज़ाम लगाया कि मैं किसी और के साथ Sex समबन्ध में थी - क्यूंकि उसके अलावा और कोई वजह नहीं हो सकती मेरे घर में Condom रखने कि।
मैंने बहुत कोशिश करी उसे समझाने कि घर में Condom रखने का मतलब यह नहीं कि मैं उसे धोखा दे रही हूँ या बहुत सारे लड़कों के साथ Sex सम्बन्ध बना रही हूँ But वो मानने को तैयार ही नहीं था। मैं अपनी तरफ से ज़िम्मेदार युवती बनने कि कोशिश कर रही थी But मुझे लगता है मेरे ज़िन्दगी के पुरुषों को ज़िम्मेदार बनने कि ज़यादा ज़रूरत थी।
Related Links: कामोद्दीपन | आलिंगन और उसकी विधियां | फोर प्ले | सेक्स में नयापन

No comments:

Post a Comment

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...

Share to social media