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Thursday 19 June 2014

16 saal ki umar men pahli date

16 साल की उम्र पहली डेट
मेरे माता-पिता भारतीय हैं But मैं जन्म से कनाडा में ही रह रही हूँ।
मेरे माता-पिता भारतीय हैं But मैं जन्म से कनाडा में ही रह रही हूँ। 16 साल की उम्र में मैं अपनी पहली डेट पर जाना चाहती थी। मैंने अपने पापा से पुछा की मैं क्या एक लड़के के साथ फिल्म देखने जा सकती हूँ? उन्होंने मन कर दिया। उनका कहना था,"हाथ पकड़ने से बात किसिंग तक पहुँचती है और फिर प्रेग्नेंसी तक!"
हम तीन बहनें थीं और हमारे परिवार में कभी Sex के बारे में कोई औपचारिक चर्चा नहीं हुई। मेरे आसपास ज़्यादातर बच्चे कनाडा मूल के थे जो की खुलकर Sex के बारे में बात करते थे और लगभग सभी डेट्स पर जाना शुरू कर चुके थे। But हम ऐसा नहीं कर सकते थे। मेरे भारतीय मूल के दूसरे दोस्त भी अपने माता पिता से झूठ बोलकर और छिपकर बाहर जाते थे।
किन्तु मैं अपने पेरेंट्स से झूठ बोलकर ऐसा नहीं करना चाहती थी, इसलिए जब एक लड़के ने मुझसे डेट पर चलने के लिए कहा तो मैंने हिम्मत कर उनसे खुल कर पूछ लिया। मुझे लगा था क्यूंकि मैं दिन में सिर्फ एक फिल्म देखने की अनुमति ले रही हूँ, तो वो आसानी से हाँ कह देंगे।
मैं गलत थी. मेरे पिता ने सुनते ही मन कर दिया। उन्होंने कहा, "अभी तुम लड़कों को जानने समझने के लिए बहुत छोटी हो। मुझे भी याद है इस उम्र में हार्मोन्स का असर। अपने आप पर काबू नहीं रहता। हाथ पकड़ने से किसिंग और गर्भवती (Pregnant) तक बात पहुँच जाती है।"
मुझे बहुत गुस्सा आया। मैं तो एक जिम्मेदार बेटी की तरह उन्हें सच बताकर उसकी अनुमति से बाहर जाने को कह रही थी। मेरे पापा इस बारे में और बहस करने के लिए बिलकुल तैयार नहीं थे। हो सकता है कि उन्हें समझ नहीं आ रहा था की मैं Sex करने या प्रेग्नेंट होने नहीं जाना चाहती थी, मैं सिर्फ एक लड़के के साथ मूवी देखने जाना चाहना थी।
मेरे पिता की Sex के बारे में ये मनघडंत कहानी अजीब थी। मुझे इसमें कोई तर्क नहीं नज़र आया। उन्होंने जो कहा वो सही नहीं था। वो एक पढ़े लिखे व्यक्ति हैं जिन्हे Sex के बारे में सब जानकारी थी, बस उन्हें अपनी बेटी से ये जानकारी शेयर करने के लिए सही तरीका पता नहीं था। उस दिन मुझे समझ आया की Sex के बारे में बात करना हो सकता है कि इतना सरल नहीं था।
पेरेंट्स अपने बच्चों से इस टॉपिक के बारे में बात करने के लिए मानसिक रूप से तैयार ही नहीं हो पाते, खासकर भारतीय परिवेश में जहाँ सामाजिक बंधन और मर्यादाओं का अम्बार सा होता है। मेरी पूरी युवावस्था के दौरान यही कठिन मेरी भी रही। मैं कभी खुलकर अपने पेरेंट्स से अपने रेलशनशिप के बारे में बात ही नहीं कर पायी, क्यूंकि इस बात का सम्बन्ध कहीं न कहीं Sex से भी जुड़ जाता है।
यदि मैं बीते Time में जाकर कुछ बदल सकती तो मैं अपने माता पिता के द्वारा दी गयी गलत जानकारी को बदल देती। मैं उनसे इससे ज़्यादा ईमानदारी, खुलेपन और परिपक्क्वता की उम्मीद रखती थी, नाकि ये गलत बात सुनने की, कि हाथ पकड़ने और किसिंग से प्रेग्नेंट हो सकते हैं।
आखिरकार मैं डेट पर गयी, और मुझे वो लड़का आकर्षक ही नहीं लगा। हमने न हाथपकड़े, न किश किया और न ही मैं प्रेग्नेंट हुई, But Sex को लेकर जो हौव्वा बना था, उसका खात्मा हो गया।

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