गोरी लड़कियां मुझे बहुत पसंद है
संजय को गोरी लड़कियों बहुत आकर्षक और सेक्सी लगती हैं। दिलचस्प बात ये है कि उसकी गर्लफ्रेंड मनोरमा का रंग गेहुआं है कुछ हफ्ते पहले मनोरमा को संजय कि इस गोर रंग वाली लड़कियों के प्रति आकर्षण कि बात पता चली और उसने Breakup करने का फैसला किया।
मैंने बातों बातों में हो सकता है कि मनोरमा को गोरी लड़कियों के प्रति अपने आकर्षण कि बात बता दी और कहते ही मुझे आभास हो गया कि मैंने ये शब्द बोल कर मुसीबत मोल ले ली है! अब तक मनोरमा के अनुसार मैं आधुनिक विचारों वाला, फेयरनेस क्रीम का मज़ाक उड़ने वाला व्यक्ति था। But मेरा ये सच सामने आते ही अचानक मेरी आधुनिक विचारधारा एक 'नाटक' बन गयी। उसे दो और दो चार करने में ज़रा भी वक़्त नहीं लगा। मेरी पसंदीदा हीरोइन गोरी थी, मेरे कंप्यूटर के पोर्न विडियो में गोरी लड़कियां थी और हो सकता है कि सड़क चलते मेरी नज़र जिन लड़कियों पर ठहरती थी वो भी गोरी ही थी। ये सभी बातें अचानक मनोरमा को एक साथ याद आ गयीं।
आखिरकार मैंने ईमानदारी से गोरे रंग के प्रति अपने आकर्षण को स्वीकार लिया। जब तक मनोरमा कि इस बात पर नाराज़गी नहीं हुई थी, मैंने कभी ये सोचने कि कोशिश नहीं कि थी कि आखिर मेरे इस आकर्षण के पीछे वजह क्या है? मैंने कोई जानबूझ कर तो गोरे रंग के लिए आकर्षण पैदा नहीं किया था, ये Natural रूप से मेरी पसंद बन गया। हो सकता है कि कई सालों से आसपास के व्यक्तियों को कहते हुए सुना था, "वो कितनी गोरी है, कितनी सुन्दर है।"
या फिर हो सकता है कि टीवी और मैगजीन्स में दिखने वाले इश्तेहार जिनमे गोरी लड़कियों को आत्म्विश्वास से भरा हुआ दिखाया जाता है और सांवली लड़कियों को निराश और नाकामयाब. गोरी त्वचा को इतना साफ़ और अनछुआ प्रस्तुत किया जाता है कि हो सकता है कि बरबस ही उसे छूने कि इच्छा मन में जाग्रत होने लगती है।
मुझे इस बात पर ज़रा भी संदेह नहीं कि मुझे मनोरमा के प्रति आकर्षण है। गोरे रंग को छोड़ कर मेरी पसंद के सभी मापदंडों पर मनोरमा खरी उतरती है। और महत्व्पूर्ण बात ये है कि हम दोनों कि आपस कि समीकरण बहुत ही अच्छी है, और हम एक दुसरे से बेहद प्यार करते हैं।
But मनोरमा ने कुछ सही प्रश्न उठाये। जैसे कि क्या Sex के दौरान मैं दूसरी गोरी लड़कियों के बारे में सोचता था? क्या मैं उसकी गोरे रंग वाली सहेलियों कि तरह आकर्षित था? क्या मेरे मन में कोई ऐसी लालसा थी जो पूरी करने के लिए मैं तड़प रहा था?
और जब मैंने इस बारे में सोचा, तो मैनेजना कि सच दरवास्तव यही था। मेरे मन में एक बार नहीं बल्कि बार बार गोरी लड़कियों के साथ Sex करने के ख्याल आते रहे, लकिन मैंने कभी ऐसा करने कि दिशा में कोई कदम नहीं उठाया। मैं ऐसा करने कि कोशिश कर सकता था But मनोरमा के लिए मेरे मन में जो प्यार था, उसने मुझे कभी ऐसा करने नहीं दिया।
"यदि किसी दिन तुम अपनी इच्छा पर काबू न रख पाये तो?" मनोरमा ने गुस्से में मुझसे पूछा। और मेरे लाख समझने के बावजूद उसे मेरी बात पर यकीन नहीं हुआ कि मैं ऐसा नहीं करूँगा।
हम अभी के लिए एक दुसरे से नहीं मिलेंगे। "यदि हम मान भी लें कि तुम मुझे धोखा नहीं दोगे तो भी तुम्हारे मन में ये मलाल हमेशा रहेगा कि तुम अपनी पसंद के लड़की के साथ नहीं हो। इस बात कि भड़ास हमारे Relation पर देर सवेर ज़रूर निकलेगी। यदि वक़्त ने हमें साथ लेन का फैसला किया होगा तो हम फिर मिलेंगे। But अभी के लिए हमारे बीच कुछ नहीं है," मनोरमा ने आखिरी मुलाकात में कहा।
मुझे बिलकुल अंदाज़ा नहीं था कि मेरी छोटी सी परिकल्पना मेरे गहरे Relation को इतना नुक्सान पहुंचा सकने में सक्षम थी। मेरे Friends को आज भी लगता है कि Relation के ख़त्म हनी कि वजह सही नहीं थी। मुझे हर दिन अपराध बोध होता है और ये अफ़सोस भी कि मुझे मनोरमा जैसी अच्छी लड़की कभी नहीं मिलेगी।
हालाँकि मेरे चचेरे भाई अमन कि सलाह आज के दिन मुझे सबसे ज़यादा\व्यवहारिक लगती है," बाद में पछतावा करने से अच्छा है अलग हो जाना। तुम दोनों इस हालत में खुश नहीं रह पाते। यदि मेरी मानो भाई तो अपने दिमाग से गोरे रंग का फितूर एक बार में हमेशा के लिए निकाल दो। और ऐसा करने के लिए जाओ अपने अरमान किसी गोरी लड़की के साथ पूरे कर लो। और यदि फितूर उतर जाये तो मनोरमा को सच्चे दिल से वापस बुला लेना, वो ज़रूर आ जायेगी।
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