सेक्स संबंध ही दाम्पत्य जीवन
सेक्स संबंध ही दाम्पत्य जीवन में सुख-शांति का आधार हैं। काम (सेक्सय) के सम्मोहन के कारण ही स्त्री-पुरुष विवाह सूत्र में बंधने को तैयार होते हैं। कामसूत्र में काम के विभिन्नस प्रकार के आसनों के बारे में भी बताया गया है। कामसूत्र का उद्देश्या उत्तेजित करना नहीं वरन् सेक्सर और उससे जुड़े मुद्दों पर सही ज्ञान देना है। इसमें संभोग के हर पहलू को विस्तायर से वर्णित किया गया है।
कामसूत्र में बताया गया है कि महिलाओं को भी सेक्स संबंध और जीवनशैली की सभी कलाओं के बारे में जानकारी होनी चाहिए। कामसूत्र में महिलाओं को 64 कलाओं के बारे में जानकारी दी गई है। इन कलाओं में गायन, नृत्या आदि के बारे में वर्णन है।
उम्र ढलने के साथ ही सेक्स संबंध बनाने की इच्छा कम होने लगती है। ऐसे में ध्यालन और समाधि की जरूरत होती है। कामसूत्र संभोग से समाधि की जानकारी देता है।
कामसूत्र (Kamasutra) को पढ़ने से सेक्सह को लेकर जो भी भ्रम है वो समाप्तस हो जाते हैं। सेक्स संबंध बनाते वक्तू आप जो गलतियां करते हैं इसे पढ़ने के बाद आप उन गलतियों को नही दोहराएंगे।
कामसूत्र में बताया गया है कि महिलाओं को भी सेक्स संबंध और जीवनशैली की सभी कलाओं के बारे में जानकारी होनी चाहिए। कामसूत्र में महिलाओं को 64 कलाओं के बारे में जानकारी दी गई है। इन कलाओं में गायन, नृत्या आदि के बारे में वर्णन है।
उम्र ढलने के साथ ही सेक्स संबंध बनाने की इच्छा कम होने लगती है। ऐसे में ध्यालन और समाधि की जरूरत होती है। कामसूत्र संभोग से समाधि की जानकारी देता है।
कामसूत्र (Kamasutra) को पढ़ने से सेक्सह को लेकर जो भी भ्रम है वो समाप्तस हो जाते हैं। सेक्स संबंध बनाते वक्तू आप जो गलतियां करते हैं इसे पढ़ने के बाद आप उन गलतियों को नही दोहराएंगे।
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